Digital literacy and media literacy

क्रांति बातों से लेकर अब डिजिटल रूप ले चुका है अब इंसान को मशीन बनना पड़ेगा या फिर मशीन , आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के माध्य्म से इंसान को कंट्रोल करेगा जैसा कि सोशल मीडिया ,ई-कॉमर्स साइटों के माध्य्म से आपका व्यवहार, हैसियत, दोस्ती हर डेटा मोबाइल में संरक्षित करते हैं सभी के पास स्टोर है सभी का उपयोग कर आपके मन-मस्तिष्क को कंट्रोल किया जा रहा है । जरा सोचियेगा एक तरह के लोग क्यों ही आपके दोस्त बनते हैं आपके विचारों से इतर चीजें क्यों नहीं दिखाई जाती हैं हेट-स्पीच के माध्यम से कब आपके विचार और व्यवहार बदल जाएंगे आपको पता भी नहीं चलेगा ये एक दिन में नहीं होता है सब एक एजेंडे और प्रोपेगैंडा के माध्यम से हर विचार को कौन कितनी तेजी से सनसनीखेज रुप से पहुँचाता है ।। इसके लिये बड़ी-बड़ी टेक कम्पनियों डेटा माइनिंग के लिये करोड़ो रूपये खर्च कर रही है ताकि आप एक प्रोडक्ट बन के रह जाएं आपका अपना विचार प्रकट न कर पाएं । विज्ञापन और it सेल के माध्यम से हर गतिविधियों को प्रसारित और उसकी प्रस्तुतिकरण पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान खींचा जाता है ।

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